यूपी स्कालर्शिप : स्कालर्शिप को लेकर छात्र बहुत ज्यादा परेशान है किसी का आ गया स्कालर्शिप किसी का नहीं आया नहीं आने वालों की संख्या ज्यादा है अधिकारी गोल गोल जवाब दे रहे है पहले बोले की छात्रों ने फार्म गलत भरा है फिर की बजट खत्म हो गया पर उनका भी स्कालर्शिप नहीं आया जिनका फार्म बिल्कुल सही था इस बात पर छात्रों मे नाराजगी है छात्रों मे अधिकारियों के दफ़तर , सोशल मीडिया सब जगह अपनी आवाज उठाई पर अब तक कोई साफ जवाब नहीं मिल पाया है,
पोस्ट मैट्रिक कक्षाओं और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में अन्य पिछड़ा वर्ग के करीब 10 लाख आवेदक छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की राशि नहीं मिल पाएगी. इस वर्ष करीब 12 लाख ओबीसी स्टूडेंट्स को 1000 करोड़ रुपये छात्रवृत्ति और फीस भरपाई के लिए दिए गए हैं. अब 10 लाख विद्यार्थियों के लिए 800 से 900 करोड़ रुपये के बजट की और जरूरत है, जिसका मिलना अब मुश्किल है. पिछड़ा वर्ग की छात्रवृत्ति और फीस भरपाई के लिए इस बार केंद्र सरकार से भी 200 करोड़ रुपये मिले
समाज कल्याण उत्तर प्रदेश के निदेशक राकेश कुमार ने कहा कि हमारी पूरी कोशिश रही है कि अधिक से अधिक बच्चों को लाभ मिल सके. इसके लिए हमने पारिवारिक लाभ योजना के बचे 175 करोड़ भी इन बच्चों की छात्रवृत्ति व फीस भरपाई में लगा दिए हैं, मगर इसके बावजूद तीन लाख 92 हजार बच्चे वंचित रह गए हैं.
अल्पसंख्यक कल्याण उत्तर प्रदेश की निदेशक वंदना वर्मा ने कहा कि हमारे विभाग को जितना बजट मिलता है, उसी के हिसाब से हम छात्रवृत्ता और फीस भरपाई की राशि आवेदकों में बांट पाते हैं. अब बजट खत्म हो गया और आवेदक बड़ी तादाद में वंचित रह गए हैं. हमारी भी विवशता है, क्योंकि अब और बजट मिलने के आसार नहीं हैं
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