इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आज जोरदार आंदोलन के बावजूद भी विश्विद्यालय प्रशासन वार्षिक परीक्षा पर स्थिति स्पष्ट करने से बच रहा है।छात्र-छात्राएं सुबह से ही विश्विद्यालय परिसर में हंगामा कर रहे थे।छात्र-छात्राएं ऑनलाइन परीक्षा कराने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
14 फरवरी से शुरू हुए आंदोलन का अबतक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।हालांकि बढ़ते आंदोलन के स्वरूप को देखते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति महोदय ने छात्रों का पक्ष सुनने के लिए जरूर कमेटी गठित की थी परन्तु कमेटी भी निर्णय लेने में अबतक असफल रही है।
इधर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में भी ऑनलाइन परीक्षा को लेकर छात्रों का हंगामा जारी था,छात्रों के व्यपाक आंदोलन की देखते हुए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय ऑनलाइन परीक्षा कराने को लेकर राजी हो गया था परन्तु अभीतक इलाहाबाद विश्वविद्यालय इस पर निर्णय लेने में पीछे हट रही है।बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में हुए आंदोलन से पहले ही इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आंदोलन चल रहा था परन्तु इस विषय पर निर्णय बनारस हिंदू विश्वविद्यालय ने सबसे पहले लिया ।
सैकड़ों छात्र बैठे हैं आमरण अनशन पर
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चल रहे व्यापक आंदोलन के बीच सैकड़ों छात्रों ने ऑनलाइन परीक्षा कराने को लेकर आमरण अनशन करने का फैसला लिया है।छात्र करीब 3 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं कुछ छात्र बीमार भी हुए जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि ऐसे करीब 20 छात्र हैं जिनके स्वास्थ्य में गिरावट आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कमेटी ने सौंपी अपनी रिपोर्ट
कुलपति द्वारा गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।कमेटी ने क्या निर्णय लिया है इसे गुप्त रखा गया है।अब कुलपति के हस्ताक्षर पर ही निर्णय लिए जाएंगे।दिन-भर आंदोलन के बाद देर शाम तक उक्त बातें इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर ने बताई।
अभिषेक द्विवेदी की सेहत बिगड़ी,अस्पताल में भर्ती
प्रॉक्टर महोदय के आने के ठीक पहले छात्र-छात्राओं का साथ देने वाले अभिषेक द्विवेदी की सेहत बिगड़ गयी तथा वे आंदोलन स्थल पर ही बेहोश हो गए।उन्हें जल्द ही अस्पताल ले जाया गया।अभी उनकी सेहत ठीक बताई जा रही है।