इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र छात्राओं के बीच ज्वलंत मुद्दा वार्षिक परीक्षा का माध्यम है । छात्र छात्राओं के बीच ऑफलाइन एवं ऑनलाइन परीक्षा के बीच घमासान मचा हुआ है छात्र इस विषय पर जल्द से जल्द निर्णय चाहते हैं।
इसे लेकर ही आज छात्रों की कमेटी जो ऑनलाइन या असाइनमेंट बेस्ड परीक्षा के पक्ष में है इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा गठित कमेटी के सामने अपने पक्ष रखा।
परन्तु छात्र-छात्राओं को और इंतजार करना पड़ेगा , खबरें आ रही हैं कि दो- तीन दिनों के बाद इस विषय पर निर्णय आएंगे।खबर यह भी है कि ऑफलाइन के पक्ष वाले छात्रों के भी विचार सुने जाएंगे।
ज्ञातव्य हो कि ऑनलाइन परीक्षा के सामने ऑफलाइन परीक्षा की मांग करने वाले छात्रों की संख्या बेहद कम है।कुछ छात्रों का कहना है कि किसी एक व्यक्ति के कहने पर ही उनलोगों ने ऑफलाइन परीक्षा कराने के लिए ज्ञापन दिया था।
सवाल ये बनता है की क्या कोई एक व्यक्ति का व्यक्तिगत विचार को छात्रों पर थोपने की तैयारी कर रहा प्रशासन ? क्योंकि सभी छात्र का कहना है कि ऑफलाइन परीक्षा का ज्ञापन छात्रों से दिलवाया गया है , छात्रों ने नहीं दिया है। हमने ऑफलाइन और ऑनलाइन परीक्षा के लिए छात्रों से पोल भी कराया था जहां करीब 90% छात्र ऑनलाइन परीक्षा के पक्षधर थे।
बहरहाल , जो लोग आफलाइन की मांग करते हैं उनका भी सुना जाए और उनको आफलाइन के माध्यम से परीक्षा देने दिया जाए!
बाकी शेष अन्य छात्रों को पिछले साल के भांति आनलाइन माध्यम में परीक्षाएं करायी जानी चाहिए।इसे लेकर ही इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सरगर्मियां तेज हुई हैं।