” ना उम्र की सीमा हो, ना जन्म का बन्धन ,
जब प्यार करे तो देखे केवल मन…! “
अचानक कोई अजनबी आपके जीवन में आता है, जिसे देख कर दिल के तार झंकृत होने लगते हैं मन उसके तस्वीर में डूब जाता है दिल कहता है, यही तो है वह, जिसकी तुम्हें तलाश थी|
जी हां, फरवरी का महीना फिजा में प्यार की खुशबू बदलते मौसम का आगमन हवा भी सुना रही है इश्क की दास्तां आज प्यार करने वालों के लिए खास दिन है कहीं….फूल तुम्हें भेजा है खत में फूल नहीं मेरा दिल है… प्यार के इजहार के या गीत गुनगुनाया जा रहा होगा तो कहीं मोबाइल फोन के जरिए कई कई तरह से कपल्स अपने जज्बातों को अपने अपने अंदाज में बयां करेंगे|
Valentine’s : कहां कैसे मनाया जाता है यह दिन…..
पूरी दुनिया में 14 फरवरी को मनाया जाने वाला प्यार के इजहार का यह दिन विभिन्न देशों में अलग-अलग तरह से और अलग-अलग विश्वास के साथ मनाया जाता है| पश्चिमी देशों में तो इस दिन की रौनक अपने शवाब पर ही होती है, मगर पूर्वी देशों में भी इस दिन को मनाने का अपना-अपना अंदाज होता है |
चीन में यह दिन “नाइट आफ सेकेन्ड” रूप में प्यार की दुबे दिलों के लिए खास होता है,
यही जापान कोरिया में इस पर्व को “वाइट डे” के नाम से जाना जाता है इतना ही नहीं इन देशों में इस दिन से पूरे 1 महीने तक लोग अपने प्यार का इजहार करते रहते हैं और एक- दूसरे को वह फूल देकर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं
पाश्चात्य संस्कृति से जुड़े दुनिया के विभिन्न देशों में पारंपरिक रूप से इस पर्व को मनाने के लिए “वैलेंटाइन डे” नाम से प्रेम पत्रों का आदान प्रदान किया जाता है | साथ में दिल, फूलों, क्यूपीड आदि प्रेम के प्रतीक चिन्हों को उपहार स्वरूप अपनी भावनाओं को प्रदर्शित किया जाता है |
19वीं सदी में अमेरिका ने इस दिन पर आधिकारिक तौर पर अवकाश घोषित कर दिया था | हर वर्ष लगभग एक बिलियन लोग कार्ड का आदान-प्रदान करते हैं हैं जो क्रिसमस के बाद सबसे अधिक काडो का आदान-प्रदान किए जाने वाला पर्व है
Valentine’s : क्या कहता है इतिहास…..
Valentine’s Day मूल रूप से संत वैलेंटाइन के नाम पर मनाया जाता है सेंट वेलेंटाइन के विषय में ऐतिहासिक तौर पर विभिन्न मत हैं सन 1969 में कैथोलिक चर्च ने कुल 11 संत वैलेंटाइन के होने की पुष्टि की और 14 फरवरी को उनके सम्मान में पर्व मनाने की घोषणा की | सबसे महत्वपूर्ण सेंट वेलेंटाइन रोम केश्रट वेलेंटाइन माने जाते हैं सन 1260 में संकलित की गई “आलिया आफॅ जैकोबस डी वाराजीन ” नामक पुस्तक में संत वैलेंटाइन का वर्णन मिलता है उसके अनुसार रोम में तीसरी शताब्दी में सम्राट क्लॉडियस का शासन था | इसके अनुसार विवाह करने से पुरुषों की शक्ति अंगूठी कम होती है इसने आज्ञा जारी की थी उसका कोई भी सैनिक और अधिकारी विवाह नहीं करेगा | सैंट वेलेंटाइन ने इसके आदेश को का विरोध किया उन्हीं के आह्वान पर अनेक सैनिकों और अधिकारियों ने विवाह करने शुरू किए आखिर क्लॉडियस ने 14 फरवरी 269 को सेंट वैलेंटाइन को फांसी पर चढ़ा दिया तब से उनके स्मृति दिवस को” प्रेम दिवस ” रूप दिया जाता है कहा जाता है कि सेंट वेलेंटाइन ने अपनी मृत्यु के समय नेत्रहीन जेलर की बेटी जैकोबस को नेत्रदान किया था व जैकोबस को एक पत्र मिला जिसके अंत में उन्होंने लिखा था कि “तुम्हारा वेलेंटाइन” |
यह दिन था 14 फरवरी के बाद से उनके नाम पर मनाया जाने लगा|